Kingdom of the planet of the apes Movie Review। ऐप्स यूनिवर्स के दीवाने जरूर देखे इसे

Kingdom of the planet of the apes

ये साल लगता है कि बंदरो की फिल्मों के लिए बहुत ही बढ़िया साल है पहले गॉडजिला x कॉन्ग, फिर मंकी मन और अब Kingdom of the planet of the apes जो की ऐप्स के यूनिवर्स में 4th फ़िल्म है, जहां इस से पहले इस यूनिवर्स में राइज ऑफ़ द प्लैनेट ऑफ़ द ऐप्स 2011 में, फिर 2014 में डॉन ऑफ़ द प्लैनेट ऑफ़ द ऐप्स और 2017 वॉर ऑफ़ द प्लैनेट ऑफ़ द ऐप्स आई थी।

Kingdom of the planet of the apes plot in Hindi

Kingdom of the planet of the apes

Kingdom of the planet of the apes 2017 में आई फिल्म वॉर ऑफ़ द प्लैनेट ऑफ़ द ऐप्स के समय से 200 या 300 साल आगे की कहानी है। जहां पहले फिल्म में सीजर मुख्य किरदार में था, वही अब इस यूनिवर्स को आगे बढ़ाने का काम नोआ का किरदार करने वाला है। इस बार फिल्म में ऐप्स का किंगडम बन रहा है, और इन सभी की अपना एक कबीला है जिसमें नोआ भी एक कबीले से जुड़ा हुआ है और उसमें अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा है।

जहां पहले की ऐप्स फिल्मों में सीजर ने अपने कुछ सिद्धांत कुछ नियम और उसूल बताएं थे उन्हीं नियमों और सिद्धांतो को तोड़ मरोड़ कर इस फिल्म के विलेन प्रॉक्सिमस सीजर ने अपने ही सिद्धांत बना लिए है और उन्हीं के मुताबिक राज करता है, वो दूसरे कबीलों के बंदरो को पकड़ कर उन्हें अपना गुलाम बनाता है, और उन पर राज करता है, क्योंकि उसने इंसानों के बारे में बहुत जाना है और उसे पता है की आप राज तभी कर सकते हो जब ताकत आपके पास हो, और फिल्म का मुख्य किरदार नोआ भी प्रॉक्सीमस का ही एक गुलाम है, और नोआ का अब एक ही मकसद है कि उसे अपने कबीले को वापस से बनाना है।

जहां पहले की ऐप्स फिल्मों में इंसानों का धरती पर राज था और बंदर छुप कर रहते थे और धीरे-धीरे बंदरो ने बगावत कर अपना राज्य स्थापित करा था। वही Kingdom of the planet of the apes में इंसानों की अब कोई औकात नहीं है और वह आदिमानवो की तरह बंदरो से छुप कर रह रहे है। फिल्म में हमें बंदर दोहरी सोच रखने वालो की तरह दिखाए गए है, जहां कभी इंसान भी ऐसे ही हुआ करते थे और अब जब ज्ञान और ताकत दोनो बंदरो के पास है तो वो भी अब वैसे ही बन रहे है।

Kingdom of the planet of the apes VFX

Kingdom of the planet of the apes की कहानी तो अच्छी है ही लेकिन इसके वीएफएक्स भी कुछ कम कमाल के नहीं है , ऐसा लगता ही नहीं है की इन बंदरो को वीएफएक्स की मदद से बनाया गया है फिल्म का हर एक शॉट में जहां भी बंदर दिखाए गए है वह सभी काफी असल लगते है,जहां इन बंदरो की नई पीढ़ी आती रहती है वैसे ही ये धीरे- धीरे ये विकसित हो रहे है और ये विक्सिती इनके हाव भाव में भी दिखते है।

आखिर में फिल्म इंसानों के अंदर भी एक उम्मीद जगा जाती है, कि वह फिर से बंदरो को हरा कर वापस से अपनी सभ्यता और अपने अस्तित्व को जिंदा कर सकते है जिसके लिए पूरे इंसानों को एक साथ आना होगा, वहीं बंदरो को भी आगे आने वाली मुसीबतों का सामना कर के बिना एक दूसरे को नीचा कर एक साथ खड़ा रहना होगा।

Trilogy of Kingdom of the planet of the apes

जहां पहले भी ऐप्स यूनिवर्स में ट्रीलॉजी दिखा कर कहानी को अच्छे से खत्म किया गया था, वहीं हमे इस फिल्म को देखकर पता चलता है कि इसकी भी फ्रेंचाइज बनने वाली है यानी की इसके दो और भाग अभी आने वाले है, जहां हमें नोआ के किरदार में और निर्माण देखने को मिलने वाला है, तो अगर आप इस ऐप्स यूनिवर्स के फैन रह चुके है तो आपको Kingdom of the planet of the apes मूवी को भी जरूर देखना चाहिए, आपको सच में एक अच्छी कहानी देखने को मिलेगी।

मैं आशा करता हूं कि आपको मेरे इस आर्टिकल से Kingdom of the planet of the apes फिल्म का अच्छा खासा रिव्यू मिल गया होगा और जिससे आपको भी इस फिल्म को देखने का मन कर गया होगा, तो अभी जाइए और इस फिल्म को जाकर अपने नज़दीकी सिनेमा घरों में अभी देखे।

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